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25 प्रतिशत लोगों की लापरवाही के कारण दूसरी बार लगा दो दिन का लॉकडाउन

75 प्रतिशत लोग दे रहे जागरूकता का परिचय,फिर भी होना पड़ रहा परेशान


होशंगाबाद (निप्र)। शासन प्रशासन ने पूर्व में जो लॉकडाउन लगाया था उसमें यह सिखाया गया था कि घर में ही रहना है। बिना काम के नहीं निकले यदि जरूरी काम से निकलना पड़े तो मास्क लगाए नहीं निकले। परस्पर दूरी बनाए रखें। जैसे ही लॉकडाउन खुला तो लोग समझे कि कोरोना खत्म हो गया है। जिससे लापरवाही शुरू हो गई। शहर के वरिष्ठ नागरिक गोपीकांत घोष का कहना है कि पहले जब कोरोना के मरीज कम थे तब डर अधिक था। अब कोरोना के मरीज जिले में ही बडते जा रहे हैं। तो डर कम हो गया है। केएस राजपूत ने कहा कि 25 प्रतिशत लोगों की लापरवाही का खामियाजा 75 प्रतिशत आम जनता को भोगना पड़ रहा है क्योंकि जो दूसरी बार दो दिन का लॉकडाउन लगाना पड़ा है। वह ऐसे लापरवाह लोगों के कारण लगा है जो बाजार में बिना मास्क के घूमते हैं। बिना काम के ही बाजार में जा रहे हैं। दूरी नहीं बनाते हैं। इसी कारण शहर व जिले में कोरोना के मरीज बड़ रहे हैं। इसी कारण प्रशासन को दो दिन का लॉकडाउन लगाना पड़ रहा है।

बाजार में दुकानें रही बंद

दो दिन लॉकडाउन के चलते शनिवार को प्रथम दिन पूरे बाजार की दुकानें बंद रही। सुबह से ही दुकाने नहीं खुली। नागपंचमी जैसा विशेष पर्व होने के बाद भी दुकानें बंद रही। दूध डेयरी,मेडिकल स्टोर्स व पेेट्रोल पंप ही खुले हुए थे। दूध डेयरी भी दोपहर बाद बंद हो गई थी।

मुख्य बाजार में रहा सन्नाटा

शहर के मुख्यबाजार क्षेत्र से लेकर आसपास की कॉलोनियों तक में सन्नाटा छाया रहा। क्योंकि कहीं भी दुकानें नहीं खुल रही थी। पुलिस बल बाजार में सायरन बजाते हुए चल रहा था। जहां कहीं कुछ लोग खड़े हुए या वाहन से आते जाते दिख रहे थे। पुलिस उन्हें घर जाने के लिए कह रही थी।

आज भी रहेगा लॉकडाउन

जिला प्रशासन के द्वारा पूरे जिले में दो दिन का लॉकडाउन लगाया है। जिसके चलते रविवार को भी पूरा जिला बंद रहेगा। जरूरी सामान की दुकानें छोडक़र बांकी के बाजार नहीं खुलेंगे। किसी को भी अकारण यहां वहां घूमने की अनुमति नहीं रहेगी। लोग अपने घर में ही रहें।

लॉकडाउन के नियमों का पालन करें

कोरोना के संक्रमण के बढ़ते हुए आसार को देखते हुए प्रशासन ने व्यापारियों और तमाम प्रबुद्ध वर्ग से चर्चा करने तथा कोरोना के नियंत्रण को ध्यान में रखते हुए दो दिन लॉकडाउन का निर्णय लिया है। जो लॉकडाउन के नियम हैं उनका सबको पालन करना चाहिए।

आदित्य रिछारिया,

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