कृषि हितैषी कार्यो में सर्वश्रेष्ठ रहा सीहोर कृषि विज्ञान केंद्र
मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ की हुई कृषि जोनल कार्यशाला

सीहोर। कृषि विज्ञान केंद्र सीहोर ने अपनी उन्नत किस्मों के चलते मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के 27 कृषि विज्ञान केंद्रों में प्रमुख स्थान प्राप्त किया है। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान अटारी जबलपुर में तीन दिवसीय जोनल कार्यशाला हुई। मुख्य आतिथ्य के रूप में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण एवं ग्रामीण विकास तथा पंचायती राज मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से कृषि वैज्ञानिकों और उन्नत किसानों को संबोधित किया।
वर्चुअल वीडियो के माध्यम से कृषि विज्ञान केंद्र सीहोर के प्रमुख कृषि वैज्ञानिक डॉ जेके कनोजिया, संदीप तोड़वाल, देवेंद्र पाटिल, दीपक कुशवाह, विमलेश कुमार, धर्मेन्द्र पटेल ने कृषि मंत्री के समक्ष कृषि विज्ञान केंद्र सीहेार के द्वारा कुल 10 तकनीकी सत्र के दौरान कृषि विज्ञान केंद्र के माध्यम से कृषि के विकास एवं उत्थान के लिए जिले में किए जा रहे कृषि और किसान हितैशी कार्यो को प्रस्तुत किया। कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान सीहोर जिले की जल वायू और उन्नतशील भूमि से अवगत कराया। किसानों ने भी अपने कृषि से संबंधित प्रश्नों को रखा और कृषि मंत्री के विचारों वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सुना।
वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सम्मिलित कार्यशाला के दौरान केंद्रीय कृषि मंत्री श्री तोमर ने कहा की कृषकों का परिश्रम एवं कृषि वैज्ञानिकों के अनुसंधान के कारण देश को कृषि क्षेत्र में उत्कृष्ट स्थान प्राप्त हुआ है। उन्होने कहा की गांवों व किसानों की ताकत को ना मुगल खत्म कर पाए ना अंग्रेज, देश को आत्मनिर्भर बनाने में कृषि विज्ञान केंद्रों और किसानों की अग्रणी भूमिका है। कार्यक्रम का सफल संचालन प्रमुख वैज्ञानिक डॉ एसआर के सिंह द्वारा किया गया एवं आभार प्रदर्शन डॉक्टर बीपी चहल द्वारा किया गया।