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कोरोना महामारी के चलते रथयात्रा के स्थान से कार से भ्रमण किया जगन्नाथ ने


सीहोर। साठ साल के इतिहास में पहली बार जगदीश मंदिर टाट बाबा परमार क्षत्रिय समाज ट्रस्ट के तत्वावधान में निकाली जाने वाली भव्य रथ यात्रा इस बार कोरोना संक्रमण के कारण नहीं निकाली, यहां पर मौजूद श्रद्धालुओं ने रथ के स्थान से नगर भ्रमण के लिए कार में भगवान जगन्नाथ को आस्था और सादगी के साथ रवाना किया।

मंगलवार की सुबह से ही शहर के छावनी स्थित जगदीश मंदिर पर श्रद्धालुओं के द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए भगवान के दर्शन किए जा रहे थे। इस मौके पर भगवान को स्नान ध्यान कराने के बाद सिंहासन पर बैठाया गया और सादगी के साथ हवन, पूजन के साथ पूजा अर्चना की गई। इसके पश्चात दोपहर के बाद कार के द्वारा भगवान को विभिन्न मार्गों से होते हुए मंडी स्थित मंदिर पहुंचा। इस संबंध में जानकारी देते हुए परमार समाज के युवा अध्यक्ष तुलसीराम पटेल ने बताया कि बुधवार को विशेष मुहूर्त में भगवान जगन्नाथ जी आदि की मूर्तियों को लेकर मंदिर में विराजमान किया जाएगा। गौरतलब है कि इस बार कोरोना संक्रमण के चलते रथयात्रा नहीं निकाली गई और मंदिर परिसर में ही भगवान की मूर्तियों को विराजमान कर परंपरा का निर्वहन किया गया। जिसमें केवल मंदिर के पुजारी व ट्रस्टी आदि ही मौजूद थे। इस दौरान सोशल डिस्टेंस का विशेष ध्यान रखा गया। मंगलवार को यहां पर मौजूद श्रद्धालुओं ने भी भगवान के दूर से ही दर्शन किए थे।

इतिहास में पहली बार रथयात्रा को टाला गया

श्री पटेल ने बताया कि समाज के 232 मंदिरों के जीर्णोद्धार और अखिल भारतीय धर्मसंघ के अध्यक्ष पं. काशी प्रसाद कटारे की प्रेरणा से इस मंदिर का जीर्णोद्धार 1961 में परमार समाज ने किया था। तभी से इस मंदिर से यह यात्रा निकाली जा रही है, लेकिन साठ साल में पहली बार भव्य यात्रा को कोरोना महामारी के संक्रमण काल के कारण टाला गया है।