
कांग्रेस की समीक्षा बैठक-केवल बौखलाहट बैठक : भाजपा

लखनऊ । यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी और कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव व पूर्वी उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका वाड्रा द्वारा समीक्षा बैठक सही मायने में बौखलाहट बैठक थी। कांग्रेस नेतागणों द्वारा लोकसभा चुनाव परिणाम पर टिप्पणी करना बताता है कि कांग्रेस गहरे अवसाद में हैं पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डॉ। चन्द्रमोहन बातचीत में कहा कि रायबरेली में सोनिया गांधी द्वारा नैतिकता और मर्यादाओं की बेमानी बात करना लोकतंत्र पर हमला है। कांग्रेस नेतागण जब विधानसभा चुनाव में अनुकूल परिणाम आता है तो उसको कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की जीत बताते है। लेकिन आम चुनाव के परिणाम को वह स्वीकार नहीं कर पाते है। प्रवक्ता ने कहा कि जब कांग्रेस नेतृत्व द्वारा लोकसभा चुनाव से पहले ही अपनी हार स्वीकार कर ली थी और कांग्रेस नेताओं ने अपनी पार्टी की जीत का लक्ष्य न लेकर भाजपा को हराने का ही लक्ष्य निर्धारित किया तो उसके लिये जिम्मेदार कोई और कहाँ हो सकता है। कांग्रेस नेतृत्व द्वारा 2017 के विधानसभा चुनाव के समय भी '27 साल यूपी बेहाल 'का नारा दिया गया, फिर भी सपा के साथ समझौता किया, परिणाम सबके सामने है। जनता मत बदलने वालों को कभी माफ नहीं करती है। प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस को अब आत्मचिंतन करना चाहिए और जनभावना का सम्मान करना चाहिए। कांग्रेस नेतृत्व द्वारा लोकसभा चुनाव परिणाम पर अशोभनीय और अमर्यादित टिप्पणी के लिए जनता कभी माफ नहीं करेगी। कांग्रेस का नकारात्मक प्रचार और कामदार और देश के सबसे चहेते नेता पर आरोपों की सजा देश की सम्मानित जनता ने दी है। प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व का लोकतंत्र में कभी विश्वास नहीं रहा है। चुनाव परिणाम आने के बाद कांग्रेस का अपने प्रवक्ताओं को राजनैतिक चर्चा से हटाना यही दर्शाता है। कांग्रेस पहले अपने प्रत्याशियों की आवाज को सुने फिर राजनैतिक चर्चा करें।