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कमला की कामयाबी से भारतीय उम्मीदें


अरुण नैथानी

कहना कठिन है कि भारतीय मूल की मां और जमैका मूल के पिता डॉनल्ड हैरिस की संतान कमला हैरिस का भारतीय संस्कारों और भारत से कितना लगाव बरकरार है, लेकिन भारतीय खुश हो सकते हैं कि भारतवंशी कमला हैरिस ने अमेरिका में उपराष्ट्रपति पद के लिये दावेदारी हासिल कर ली है। अमेरिका में रहने वाले भारतीयों का एक वर्ग मानता है कि कमला का रूझान भारतीयों के बजाय अफ्रीकी समुदाय के प्रति ज्यादा रहा और वे अश्वेत के मुद्दों पर ज्यादा मुखर रही हैं। लेकिन इसके बावजूद उनकी भारतीय मूल की पहचान बरकरार है। अमेरिकी चुनावों में प्रभावशाली भूमिका निभाने वाले भारतवंशियों को लुभाने के लिए वह भारत में अपने अतीत व तमिलनाडु में ननिहाल से जुड़े अनुभव साझा करती नजर आती हैं।

बहरहाल, कमला हैरिस एक बहुमुखी प्रतिभा की धनी महिला हैं। शुरुआती दौर में राष्ट्रपति पद के लिये दावा जताने वाली कमला की यह मुहिम सिरे न चढ़ सकी। कालांतर उन्होंने उपराष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से दावेदारी हासिल कर ली। उम्रदराज जोसफ बाइडन ने अपनी रनिंग मेट के रूप में कमला हैरिस को चुना है। उन्होंने कहा भी है कि में डेमोक्रेटिक पार्टी के लिये नया नेतृत्व तैयार कर रहा हूं। जिसका मतलब है कि भविष्य में कमला अमेरिका का नेतृत्व कर सकती हैं।

चेन्नई में जन्मी श्यामला गोपालन ऐसे समय में भारत से अमेरिका के लिये निकली थी, जब किसी अकेली लड़की के लिये अकेले सात समुंदर पार जाकर पढऩा सहज संभव नहीं था। व्यावसायिक हवाई उड़ाने तब शुरू ही हुई थी। कमला के नाना-नानी ने उन्हें यह इजाजत दी। उन्होंने उन्नीस साल की उम्र में दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक करने के बाद बर्कले में उच्च शिक्षा के लिये आवेदन किया। एक अनजाने देश और विश्वविद्यालय में 1958 में वह न्यूट्रीशिन और एंडोक्रनॉलाजी में पीएचडी करने निकली। कालांतर वह ब्रेस्ट कैंसर के फील्ड में रिसर्चर बन गई। मानवाधिकारों के लिये संघर्ष करते हुए बर्कले में श्यामला डॉनल्ड हैरिस के संपर्क में आई और कालांतर दोनों का विवाह हुआ। श्यामला का परिवार भारत में राजनीतिक व नागरिक आंदोलन से जुड़ा रहा है।

बहरहाल, आज कमला अमेरिका में जानी-मानी अश्वेत नेता हैं मगर उन्होंने भारतीय जड़ों को नकारा नहीं है। दरअसल, पिता से तलाक के बाद उनकी व बहन माया की परवरिश भारतीय संस्कारों के बीच श्यामला ने की। फिर कमला ने वर्ष 2014 में वकील डगलस एम्पहॉप से शादी कर ली। शादी में भारतीय व यहूदी परंपराएं निभायी गईं। लेकिन इसके बावजूद उनकी छवि एक अफ्रीकी अमेरिकी राजनेता के रूप मे उभरी है। पिछले दिनों एक अफ्रीकी मूल के अमेरिकी की पुलिस प्रताडऩा से हुई मौत के बाद उपजे 'ब्लैक लाइव्स मैटर्स आंदोलन में उनकी भूमिका के चलते उनकी यह छवि और मजबूत हुई। भारतीय व अफ्रीकी मूल के निर्णायक वोटों को नजर में रखते हुए डेमोक्रेटिक पार्टी ने उनकी दावेदारी का समर्थन दिया।

बहरहाल, आज अमेरिका में कमला की छवि एर आधुनिक व उदार मूल्यों तथा मानवाधिकारों के लिये संघर्ष करने वाली महिला के रूप में बनी है। वर्ष 2016 में सीनेटर चुनी गई कमला इससे पूर्व कैलिफोर्निया की अटॉर्नी जनरल थीं। यहां उल्लेखनीय है कि ट्रंप-मोदी फेक्टर के चलते भारतीयों के रिपब्लिकन पार्टी की ओर बढ़े झुकाव को कम करने के लिये कमला की दावेदारी को बल मिला है। बहरहाल, अमेरिका की दोनों प्रमुख पार्टियों ने आज तक किसी अश्वेत महिला को राष्ट्रपति पद का दावेदार नहीं बनाया। कमला उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार बनने वाली पहली अश्वेत महिला हैं।

कैलिफोर्निया के ओकलैंड में जन्मी कमला ने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की जो अश्वेतों