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एक सप्ताह से क्षेत्र में छाया है धुंआ, बढ़ रहा प्रदूषण


इटारसी। पिपरिया ( निप्र )। नरवाई की आग से चारों ओर फैला विषैला एवं घने कोहरे के समान धुंआ लोगों का जीना मुहाल कर रहा है। बीते एक सप्ताह से क्षेत्र में किसान मूंग बुबाई की जल्दबाजी में गेहूं के कटे खेतों में नरवाई में आग लगा रहा है। जिससे जहरीला धुंआ दिनभर छाया हुआ है। शनिवार सुबह धुंए की घनी चादर ने पूरे शहर को ढक लिया। धुंआ इतना घना था कि कुछ भी नजऱ नहीं आ रहा था। सुबह ऐसा लगा कि घना कोहरा छा गया है। यह स्थिति बीते एक सप्ताह से बन रही है। नगर में खतरनाक तरीके से प्रदूषण फैल रहा है। जिससे दमा एवं टीबी के मरीजों को ज्यादा असर हो रहा है। सुबह धुंआ इतना ज्यादा था कि वह लोगों के घर में भी आ गया। जिससे लोगों ने गले एवं आंख में जलन और खराश महसूस की। दिन में भी किसानों द्वारा गेहूं के खाली खेतों में आग लगाई जा रही है।

प्रशासन रहा किसानों को समझाने में नाकाम

गेहूं की नरवाई में आग लगाने का सिलसिला बीते 20 साल से जारी है। अब तो मूंग की फसल लेने की जल्दबाजी में किसान स्वयं का एवं पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहा है। प्रशासन केवल समझाईस और कार्रवाई करने की बात कहकर पल्लू झाड़ रहा है। जिससे किसानों पर इसका कोई असर नजऱ नहीं आ रहा। एक ओर सरकार किसानों को मूंग की फसल के लिए नहर से पानी उपलब्ध करा रही है। तो दूसरी ओर किसान खेत में आग लगाकर पर्यावरण और अपनी जमीन को दांव पर लगा रहा है। किसानों की शिकायत है कि नरवाई जलाने के अलावा उनके पास कोई सस्ता उपाय नहीं है। सरकार कोई सस्ता उपाय बता दे तो नरवाई में आग न लगाई जाए। लेकिन किसान अल्पकालिक फायदे के चक्कर में अपनी जमीन के पोषक तत्व एवं सूक्ष्म जीवों को नष्ट कर रहा है। धीरे-धीरे जमीन की उर्वरता कम होती जा रही है। साथ ही हर वर्ष आगजनी की घटनाओं से जानमाल का भारी नुकसान हो रहा है। अब धुंए के बढ़ते असर से लोग परेशान हो रहे हैं।



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