
आतंकवाद के मुद्दे पर पूरा विश्व भारत के साथ खड़ा
संसद में रामनाथ कोविंद बोले

नईदिल्ली । राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद गुरुवार को संसद के दोनों सदनों के संयुक्त अधिवेशन को संबोधित किया। केंद्रीय कक्ष में कोविंद प्रात 11.00 बजे पहुंचे। उप राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडु, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने स्वागत किया। इस अवसर पारंपरिक धुनें बजायी गई और राष्ट्रपति को सलामी भी दी गई। कोविंद के मंच पर पहुंचते हुए राष्ट्रगान शुरु हुआ। इसके बाद उन्होंने अपना अभिभाषण देना शुरू किया। अभिभाषण के आरंभ में उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती, आम चुनाव में महिलाओं और युवाओं की बढ़ती भागीदारी का उल्लेख किया। नवनिर्वाचित सरकार का विजन बताते हुए उन्होंने कहा, मेरी सरकार ने सबका साथ-सबका विकास के नारे पर काम किया है, जहां किसी के साथ भेदभाव नहीं है। मेरी सरकार पहले दिन से ही देशवासियों का जीवन सुधारने, कुशासन से पैदा मुसीबत दूर करने के लिए समर्पित है। अपने संबोधन में राष्ट्रपति कोविंद ने हाल में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव के लिए चुनाव आयोग और देश की जनता को धन्यवाद दिया। राष्ट्रपति ने कहा कि 2019 चुनाव में देश की जनता ने विकास की यात्रा को आगे बढ़ाने के लिए मतदान किया। अपने अभिभाषण में राष्ट्रपति ने सरकार की उपलब्धियां और आने वाले कार्यकाल के दौरान निर्धारित लक्ष्यों के बारे में देश की जनता और माननीय सदस्यों को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मेरी सरकार ने पिछले 21 दिनों में किसान, व्यापारियों समेत समाज के सभी वर्गों के लिये कई फैसले किये और उन पर अमल शुरू कर दिया है। राष्ट्रपति ने कहा कि आज आतंकवाद के मुद्दे पर पूरा विश्व, भारत के साथ खड़ा है। देश में बड़े आतंकी हमलों के लिए जिम्मेदार मसूद अज़हर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा अंतर्राष्ट्रीय आतंकी घोषित करना इसका बहुत बड़ा प्रमाण है। सीमा पार आतंकवादी ठिकानों पर, पहले सर्जिकल स्ट्राइक और फिर पुलवामा हमले के बाद एयर स्ट्राइक करके भारत ने अपने इरादों और क्षमताओं को प्रदर्शित किया है। भविष्य में भी अपनी सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे। राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि इस बार 78 महिला सांसदों का चुना जाना नये भारत के तस्वीर प्रस्तुत करता है। भारत की विविधताएं इस सत्र में नजर आ रही है क्योंकि इस बार कई क्षेत्रों से सदस्य चुनकर संसद पहुंचे हैं। खेल, शिक्षा, वकालत, फिल्म, समाज सेवा हर क्षेत्र से आए लोग संसद में मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि देश की जनता ने बहुत की स्पष्ट जनादेश देने का काम किया है और पहले कार्यकाल के मूल्यांकन के बाद दूसरी बार बड़ा जनादेश दिया है।
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